वेस्टिबुलर माइग्रेन (Vestibular Migraine)

Vestibular Migraine माइग्रेन का एक रूप है जो Vestibular Nerve को प्रभावित करता है। Vertigo का एक सामान्य कारण vestibular migraine हो सकता है जो युवाओं एंव बुजुर्गों मे अधिक पाया जाता है । इसका लक्षण, कारण और प्रभावी उपचार के बारे में नीचे और जानें |

अपॉइंटमेंट

क्लीनिक

डाक्टर

वेस्टिबुलर माइग्रेन क्या है?

Migraine एक आम समस्या है जो लगभग 10 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करता है। यह जीवनकाल के दूसरे व चैथे दशक मे, एंव महिलाओ मे अधिक पाया जाता है। वर्टिगो का एक सामान्य कारण vestibular migraine हो सकता है जो युवाओं एंव बुजुर्गों मे अधिक पाया जाता है migraine के 10 प्रतिशत रोगियो मे vestibular migraine होता है। vestibular migraine, vestibular nerve को प्रभावित करता है, जिससे रोगी की दिनचर्या डगमगा जाती है।

वेस्टिबुलर माइग्रेन के लक्षण

इस बिमारी के रोगी आमतौर पर चक्कर आने वाले समय के दौरान या उसके बाद सिरदर्द की शिकायत करते है। हालांकि यह जरूरी नही है कि सभी रोगियो मे यह लक्षण पाये जाये। इसके मुख्य लक्षण बार-बार चक्कर आना होता है जो कुछ सैकण्ड़ से लेकर दिनो तक चल सकते है।

अन्य लक्षण-

  • मन घबराना एंव उल्टी आना
  • गति के दौरान संवेदनशीलता
  • अस्थिरता
  • ध्वनि एंव रोशनी से संवेदनशीलता

वेस्टिबुलर माइग्रेन को पहचानना

International Headache Society द्वारा निम्न नियमो अनुसरण करना बताया गया है।

  • अक्सर migraine से सिर दर्द-अभी हाल में या पहले भी
  • न्यूनतम 5 बार vertigo के episode
  • एक vertigo episode कुछ देर से 72 घंटो तक चलना
  • मध्यम एंव गंभीर लक्षणो का होना जो रोजमर्रा की गतिविधियो को प्रभावित करते है।

अधिकतर vestigo के episode मे निम्न मे से कोई एक लक्षण अवश्य पाया जाता है।

  • एक तरफा, कंपकंपाहट, कम से तेज सिरदर्द, जो गतिविधि के साथ और अधिक हो जाता हैं।
  • ध्वनि एंव रोशनी से संवेदनशीलता।
  • आँखो के सामने एक तेज रोषनी का पेश आना।

वेस्टिबुलर माइग्रेन के उपचार

Neurologists & Neuro-otologists को पहचानने मे उनकी विशिष्टता होती है। Migraine के रोगियो को अपना खान-पान एंव दैनिक दिनचर्या मे बदलाव की आवश्यकता होती है। निर्धारित समय पर सोना, कैफीन का कम इस्तेमाल, एंव नमक अथवा शराब का सेवन महीने में तीन से ज्यादा बार चक्कर आने पर बंद करना होता है। Migraine के उपचार मे beta blockers, calcium channel blockers, SSRI’s और Antiepileptic दवाओं को प्रयोग किया जाता है। सिर दर्द को रोकने एवं चक्कर को नियंत्रित करने के लिये vestibular suppressent की आवष्यकता है।

डॉ अनीता भंडारी

डॉ अनीता भंडारी एक वरिष्ठ न्यूरोटॉलिजिस्ट हैं। जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से ईएनटी में पोस्ट ग्रेजुएट और सिंगापुर से ओटोलॉजी एंड न्यूरोटोलॉजी में फेलो, डॉ भंडारी भारत के सर्वश्रेष्ठ वर्टिगो और कान विशेषज्ञ डॉक्टरों में से एक हैं। वह जैन ईएनटी अस्पताल, जयपुर में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में जुड़ी हुई हैं और यूनिसेफ के सहयोग से 3 साल के प्रोजेक्ट में प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर के रूप में काम करती हैं, जिसका उद्देश्य 3000 से अधिक वंचित बच्चों के साथ काम करना है। वर्टिगो और अन्य संतुलन विकारों के निदान और उपचार के लिए निर्णायक नैदानिक ​​उपकरण जयपुर में न्यूरोइक्विलिब्रियम डायग्नोस्टिक सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किए गए हैं। उन्होंने वीडियो निस्टागमोग्राफी, क्रैनियोकॉर्पोग्राफी, डायनेमिक विज़ुअल एक्यूआई और सब्जेक्टिवेटिव वर्टिकल को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ अनीता भंडारी ने क्रैनियोकॉर्पोग्राफी के लिए अपने एक पेटेंट का श्रेय दिया है और वर्टिगो डायग्नोस्टिक उपकरणों के लिए चार और पेटेंट के लिए आवेदन किया है। वर्टिगो रोगियों का इलाज करने के लिए वर्चुअल रियलिटी का उपयोग करके अद्वितीय वेस्टिबुलर पुनर्वास चिकित्सा विकसित की है। उन्होंने वेस्टिबुलर फिजियोलॉजी, डायनेमिक विज़ुअल एक्युइटी, वर्टिगो के सर्जिकल ट्रीटमेंट और वर्टिगो में न्यूरोटोलॉजी पाठ्यपुस्तकों के लिए कठिन मामलों पर अध्यायों का लेखन किया है। उन्होंने वर्टिगो, बैलेंस डिसऑर्डर और ट्रीटमेंट पर दुनिया भर में सेमिनार और ट्रेनिंग भी की है। डॉ अनीता भंडारी एक वरिष्ठ न्यूरोटॉलिजिस्ट हैं। जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से ईएनटी में पोस्ट ग्रेजुएट और सिंगापुर से ओटोलॉजी एंड न्यूरोटोलॉजी में फेलो, डॉ भंडारी भारत के सर्वश्रेष्ठ वर्टिगो और कान विशेषज्ञ डॉक्टरों में से एक हैं। वह जैन ईएनटी अस्पताल, जयपुर में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में जुड़ी हुई हैं और यूनिसेफ के सहयोग से 3 साल के प्रोजेक्ट में प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर के रूप में काम करती हैं, जिसका उद्देश्य 3000 से अधिक वंचित बच्चों के साथ काम करना है। वर्टिगो और अन्य संतुलन विकारों के निदान और उपचार के लिए निर्णायक नैदानिक ​​उपकरण जयपुर में न्यूरोइक्विलिब्रियम डायग्नोस्टिक सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किए गए हैं। उन्होंने वीडियो निस्टागमोग्राफी, क्रैनियोकॉर्पोग्राफी, डायनेमिक विज़ुअल एक्यूआई और सब्जेक्टिवेटिव वर्टिकल को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ अनीता भंडारी ने क्रैनियोकॉर्पोग्राफी के लिए अपने एक पेटेंट का श्रेय दिया है और वर्टिगो डायग्नोस्टिक उपकरणों के लिए चार और पेटेंट के लिए आवेदन किया है। वर्टिगो रोगियों का इलाज करने के लिए वर्चुअल रियलिटी का उपयोग करके अद्वितीय वेस्टिबुलर पुनर्वास चिकित्सा विकसित की है। उन्होंने वेस्टिबुलर फिजियोलॉजी, डायनेमिक विज़ुअल एक्युइटी, वर्टिगो के सर्जिकल ट्रीटमेंट और वर्टिगो में न्यूरोटोलॉजी पाठ्यपुस्तकों के लिए कठिन मामलों पर अध्यायों का लेखन किया है। उन्होंने वर्टिगो, बैलेंस डिसऑर्डर और ट्रीटमेंट पर दुनिया भर में सेमिनार और ट्रेनिंग भी की है।

बुक अपॉइंटमेंट

भारत के सबसे उन्नत उपकरणों के साथ वर्टिगो के वास्तविक कारण का सटीक निदान प्राप्त करें। स्थायी रूप से वर्टिगो का इलाज करें।

    langauge-tranlate